शाहीन बागः मंच से भाषण देने के लिए 10वीं पास होना जरूरी, इन नियमों को भी करना हो पूरा
शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ आए विवादित बयानों को देखते हुए आयोजकों ने 10वीं पास से कम योग्यता रखने वाले वक्ताओं के मंच से भाषण देने पर रोक लगा दी है। प्रदर्शनकारियों ने मंच से भाषण देने के लिए एक शपथ पत्र जारी किया है। वक्ताओं को इसे भरने के बाद ही मंच पर जाने की इजाजत है।
सोशल मीडिया पर शाहीन बाग में विवादित बयान के वीडियो लगातार वायरल होने के बाद मंच से भाषण देने वालों के लिए नियम सख्त कर दिए गए हैं। आयोजकों का शपथ पत्र जारी करने के पीछे कहना है कि 10वीं से ऊपर पढ़े वक्ता ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ भीड़ को समझा सकते हैं। महिलाओं का कहना है कि कुछ लोग मंच पर आकर विवादित बयान देते हैं, जिससे पूरा शाहीन बाग प्रदर्शन बदनाम होता है।
भाषण देने के लिए नियम सख्त करने के पीछे शरजील इमाम का देशविरोधी वीडियो है। इसमें उसने असम को देश से अलग करने की बात कही थी। शुरुआत में इस वीडियो को शाहीन बाग से जुड़ा बताकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था। इसके बाद कई दूसरे विवादित वीडियो भी शाहीन बाग से जुड़े बताए गए थे। हालांकि यह बात अलग है कि शरजील इमाम इतनी पढ़ाई करने के बाद भी देशविरोधी मानसिकता का शिकार हो गया।
ये नियम करने पड़ेंगे पूरे
- कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है।
- देश के ‘टुकड़े-टुकड़े’ जैसे किसी भी भाषण की इजाजत नहीं है।
- वक्ता को अपना नाम, पता और आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है।
- महापुरुषों, क्रांतिकारी और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ बोलने पर प्रतिबंध है।
- बेरोजगारी, गरीबी, महिलाओं पर बढ़ते अपराध के अलावा अन्य मुद्दे पर बोलने की मनाही है।
- भड़काऊ नारे लगाने पर रोक है।
- भाषण के लिए वक्ता खुद जिम्मेदार हैं। इससे आयोजकों का कोई लेना-देना नहीं है।